सुखी जीवन के सात सुझाव
  
  
    
  
  
    १. जीवन का हर पल उत्तम है| मैं उम्र के हर दौर में, हर मोड़ पर खुद को प्यार करता हूँ और आज मैं जैसा भी हूँ खुद को स्वीकार करता हूँ|
  
  
    २. सारे लोग अच्छे, सच्चे, प्यारे होने के साथ-साथ मेरे दोस्त भी हैं| 
  
  
    ३. अपने ईश्वर, गुरु या प्रकृति के साथ मेरा तालमेल हमेशा कायम है|
  
  
    ४. मैं सभी से नम्रता और प्यार से पेश आता हूँ क्योंकि मैं केवल प्रेम, आनंद और शांति बाँटना चाहता हूँ|
  
  
    ५. जीवन को मुझसे प्यार है इसलिए जीवन हमेशा मुझे कामयाब होते देखना चाहता है|
  
  
    ६. मैं पूर्ण हूँ, मेरी इस पूर्णता से हर काम समय पर पूर्ण होता है|
  
  
    ७. आज तक जिन लोगों ने मुझे जाने-अनजाने दुःख दिया या जिन्हें मैंने दुःख पहुँचाया, उन सबको मैं माफ करता हूँ और उन सबसे मैं क्षमा माँगता हूँ... कृपया मुझे, मुझे माफ करने में मदद करें, मुझे मुझे प्यार करने में मदद करें|
  
  
    इन सात महावाक्यों से आप एक बेहतर जीवन की नींव डाल सकते हैं इसलिए इन्हें बार-बार दोहराएँ... जब भी मौका मिले दोहराएँ! क्यों?
  
  
    जानने के लिए पुस्तिका में पढ़ें सुखी जीवन के सात कदम - ‘विचारों का विज्ञान और क्षमा का रहस्य   |’