
Chapter – 01
चारों (रफ अंLेरे का सा्ाज्य और इस अंLेर ेस ेलड़(ी
हुई ्ቚका+ की बहु( ी छो ी सी हिकरण, ्ቚका+ की य हिकरण एक
छो ी से ोच स ेहिनकल र ी थी | ोच बहु( ी छो ी और उससे
हिनकलने वाली ्ቚका+ हिकरण इ(नी मामूली की एक मी र दूर (क
्ቚका+ करने में भी असमथ | यटिद चारों (रफ LुंL ना ो(ी (ो संभव
था की ्ቚका+ हिकरण +ायद कुछ अमिLक दूर (क रो+नी कर सक(ी, परन्(ु LुंL के कारण चारों (रफ का मा ौल और भी अमिLक र स्य्पूण
ो गया था | ्ቚका+ हिकरण छो ी सी ोच स ेहिनकल कर अँLेर ेसे
लड़ने का ्ቚयास कर र ा था और व छो ी सी ोच एक ्ቤलि8 की
ाथ में पकड़ी हुई थी | उस ्ቤलि8 न े ोच का आग ेवाला हि स्सा झुका
रखा था (ाहिक ोच की रो+नी ज़मीन पर पड़ ेऔर उस ेआग ेबढ़न ेमें
स ायक ो | व ्ቤलि8 बहु( (ेजी स ेएक (रफ बड़ा जा र ा था |
इस वक़्( उनके साथ कोई न ीं ैऔर जिजस जग प
र व ्ቤलि8 आगे
बढ़ र ा था उसे यटिद जंगल क टिदया जाय े( ोगल( न ीं ोगा | चारों
(रफ वृb ी वृb, अजीब ्ቚकार के वृb, ऐसे वृb जिजनको उस ्ቤलि8 न ेअपन ेजीवन में कभी न ीं देखा था परन्(ु
उसके पास वृbों को देखने का वक़्( न ीं था उस ेक ीं पहुँचना था | काफी देर (क चलन ेके बाद व अपनी मंजिज़ल
पर पहुँच गया | उसकी मंजिज़ल एक बहु( बड़ा सा हिकला था और इस वक़्( व हिकल ेकी एक बहु( ऊँची टिदवार के
हिकनारे पर था | उसे हिकले के दूसरी (रफ पहुँचना था और उसन ेटिदवार के स ार ेस ार ेआग ेबढ़ना +ुरू कर टिदया |
य बहु( लम्बी या्ቔा थी और वास्(व म ेंअमिLक सावLानी स ेआग ेबढ़न ेकी भी जरूर( थी क्योंहिक हिकल ेकी दीवारों
पर प रेदा
र मौजूद थे जो उसे देख सक
(े थ े| और व ्ቤलि8 हिफ़ल ाल न ीं चा ( ाथ ाक ीप रेदारों उ
से देख े| बहु(
देर चल
ने
के बाद व हिक
ले
के हिवपरी
( टिद+ ा
में पहु
ँच गय ा| य ाँपर उसने अपनी ज
ेब से एक छो ास ायं्ቔ हिनक
ल कर
चेक हिकया और उस यं्ቔ पर भरोसा कर( ेहुए व अपनी जग स े(करीबन 10 मी र पीछे लो आया | जब उसे
यकीन ो गया की व स ी जग पर आ पहुंचा ै(ब उस
ने यं्ቔ दोबारा जेब म ेंरख लिलय ाऔ
र छो ी ो
च क ीमद
द से
सामने की दीवार का हिनरीbण करन ेलगा | थोड़ी देर हिनरीbण के प्ቐा( ्उसन ेएक पत्थर पर लके लके थपथपाना
आरंभ कर टिदया | देखने में ऐसा लग र ा था जैस ेकी पत्थर पर व ्ቤलि8 कुछ सांकेहि(क ध्वहिन पैदा कर र ा ै|
काफी देर लगी परन्( ुउसके ्ቚया
स आखिखर र
ंग ला
ये औ
र उसस े(करीब
न 2 मी
र दूर एक पत्थर दरवा
ज़े क ी(र खुल
गया | व ्ቤलि8 खुल ेदरवाज़े से (ुरं( ी अंदर दाखिखल ो गया ज ा ँएक अन्य ्ቤलि8 उसका इं(ज़ा
र क
र र ाथा |
्ቚका+ की बहु( ी मामूली ्ቤवस्था और इस ्ቚका+ म ेंहिकसी को प चान पाना लगभग नामुमहिकन, +ायद एक दूसरे
को प चानने की उत्सुक(ा भ ीन ीं इसीलिल
ए दोनों चुपचा
प एक (र
फ क ोब
ढ़ ग
ए | य रास्( ाएक बहु( बड़ ीसुरंग के
रूप में था और दीवारों की नमी और नमी से पैदा हुई बदबू से अनुमान लगाया जा सक( ाथ ाकी य सुर
ंग ज़मी
न के
नीचे नीचे बनी हुई थी | वास्(व में य सुरंग हिकल ेकी मो ी दीवार के नीच े बहु
( दू
र (
क चल ीगय ीथी | जिजस जग