
बड़ा राज्य भी बन गया परं( ुलि+काय( का व8 न ीं आया क्योंहिक अब हिवदे+ी आ्ቅां(ा के साथ बड़े
राज्य की हिव+ा
ल जन( ा
के पालन पोष
ण
से लेक
र स्वस्थ और लि+b ाक ीसमस्या
एं साम
ने खड़ ीटिदखा
ई दे
ने लग ी।
व8 बदला और स्ቈा का अत्याचारी रूप देखने को मिमला, साथ ी समाज में ्ቤवस्था भी गड़बड़ा(ी
टिदखाई द ी। स्ቈा के अत्याचारों
से लड़
ने के लिल
ए ए
क बा
र हिफ
र
मैं प
ूरे पुरुषा
थ
के सा
थ क मर
ने क ी(ैयार ी
में जु गया
। लि+काय( क ाव
8 अभ ीन ींआय ाथ ा।
अभी फुरस( मिमली ी थी , पंख पसारे ी थ ेउड़ान अभी +ुरू ी की थी और सामने टिदखाई देन ेलगी
आजाद ोने की ज्ቌोज द । एक बार हिफर पुरुषाथ न ेललकारा और म ैंपूर ेजो+ के साथ सड़क पर उ(र आया
आजादी की लड़ाई को जवामुखी बना देने के इरादे से । लि+काय
( क ोए
क बा
र हिफ
र भहिवष्
य
के लिल
ए ा
ल टिदय ा।
आजाद हुए (ो हिवकास, अंLहिव्ቫासों से आगे हिनकलन ेहिव्ሺान को अपनाने के लिसललिस
ले +
ुरू ोग
ए और
लि+काय
( न ींक
र सक ा
। मे+ ाक ी(र लि+काय
( ए
क बा
र हिफ
र भहिवष्
य
में हिकय ाजा
ने वाल ाका
म ब
न ग
ई ।
हिवकास भी हुआ, हिव्ሺान भी बहु( आग ेबढ़ा , अंLहिव्ቫास भी कुछ द (क दूर हुआ , आपसी नफर(
और दंगे फसाद भी कम हुए बहु( कुछ हुआ , बहु( कुछ हिकया । पुरुषाथ आग ेआग ेऔर आगे जाने के लिलए लगा(ार
्ቚेरिर( कर( ार ाऔ
र
मैं आ
गे आगे और आगे बढ़( ाचल ागय ा।
हिफर एक टिदन खाली व8 था (ब सोचा की चलो अब (ो बहु( कुछ कर लिलए अब लि+काय( की जाए ।
एक बार हिफ
र पुरुषा
थ
ने ललकार ाऔ
र मैने चारों (र
फ न
जर दौड़ा
ई य देख
ने
के लिल
ए क ीक्य ाकु
छ औ
र ै
जो अमिLक
वरीय( ाकी अपेb ाकर( ा ैय ालि+काय
( क
र द ीजा
ए ।
चारों (रफ नजर दौड़ाई (
ब प(ा चला की जब म ैंऔर मेरा पुरुषा
थ आ
गे आग ेऔ
र आग ेचल( ा
जा र ा
था ठीक इस व8 मेर ेखिखलाफ साजिज+ की जा र ी थी । एक पूरी ्ቚजाहि( मेर ेखिखलाफ लगा(ार ज र उगल र ी थी, एक ्ቚजाहि( जिजसने आजादी की लड़ाई से खुद को दूर रखा, एक ्ቚजाहि( जिजसने अत्याचारी स्ቈा की (रफ नजर उठा
कर घूरना भी जरूरी न ीं समझा, एक ्ቚजाहि( जिजसने लगभग कभी कुछ न ीं हिकया लिसवाए खुद का काल्पहिनक
महि मामं्ቑन करने के , उस ्ቚजाहि( न ेमेरी ्ቤस्((ा का फायदा उठा
(े हुए मेर ेखिखलाफ फजŒ लि+काय(ों क ाइ(ना बड़ा
अंबार लगा टिदय ाक ीमेर ीएक छो ीस ीलि+काय
( उस
ने टिदखा
ई (
क न ींदे
ने वाल ी।
फजŒ लि+काय(ों का प ाड़ देख कर एक बार हिफर मेरा पुरुषाथ मुझ ेललकारन ेलगा । इस बार ललकार
अलग हिकस्म की थी । अब ऐसी कोई लड़ाई सामने न ीं थी जिजसके लिलए छो ीसी लि+काय
( क ोभहिवष्
य
के लिल
ए ाला
जाए बቇኌल्क अब लड़ाई थी लि+काय(ों के प ाड़ को फजŒ साहिब( करन ेकी और इस लड़ाई के दौरान ी क ीं अपनी
लि+काय( क ोसामने रख देने की । अब +ाय
द व
8
आ गय ा ैक ीलि+काय
( क ो ाल ान ींजा
ए बቇኌल्
क ए
क ्ቚजाहि
( की
साजिज+ को नाकाम कर( ेहुए अपनी लि+काय( को रख टिदया जाए । (ो पे+ ेखिखदम( ैमेरी युगों पुरानी छो ी सी
लि+काय
( ।
लि+काय( बस इ(नी सी ैकी ‘सीLी लड़की को गाय (ो सीL ेलड़के को गLा क्यों क ा जा(ा ै‘ य
घोर अत्याचार क्यों और और कब (
क ।